प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को आज पुणे पुलिस ने कथित तौर पर अवैध बंदूक रखने के आरोप में गिरफ्तार किया। यह घटना युवा नौकरशाह के सामने बढ़ती परेशानियों को और बढ़ा देती है, जो पहले से ही यूपीएससी उम्मीदवारी और अपने पद का दुरुपयोग करने के आरोपों से घिरे हुए हैं।
मनोरमा रायगढ़ जिले में रायगढ़ किले के पास एक लॉज में छिपी हुई थी, जब आज सुबह पुणे पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।
गिरफ्तारी हाल ही में ऑनलाइन सामने आए एक वायरल वीडियो से हुई है, जिसमें वह पुणे जिले के मुलशी गांव में भूमि विवाद को लेकर स्थानीय किसानों से भिड़ते हुए पिस्तौल लहराती हुई दिखाई दे रही है। फुटेज, जिसने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, में उसे एक किसान के साथ तीखी बहस करते हुए दिखाया गया है, जो कथित तौर पर उसके नाम पर भूमि के दस्तावेज दिखाने की मांग कर रहा है। जैसे-जैसे तनाव बढ़ता गया, उसने धमकी भरे अंदाज में बंदूक लहराई, लेकिन मुठभेड़ को रिकॉर्ड कर रहे एक कैमरे को देखकर तुरंत उसे छिपा दिया।
वीडियो वायरल होने के बाद पुणे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की। एफआईआर में उनके पति दिलीप खेडकर का भी नाम है, जो सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी हैं।
दिलीप खेडकर पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं, सरकारी अधिकारी के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें दो बार निलंबित किया जा चुका है। उनका पहला निलंबन 2018 में कोल्हापुर में क्षेत्रीय अधिकारी के पद पर रहते हुए हुआ था। इस दौरान स्थानीय आरा मिल और लकड़ी व्यापारी संघ ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने उनकी बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए 25,000 से 50,000 रुपये तक की रिश्वत मांगी थी। इसी तरह के आरोपों के कारण उन्हें 2020 में एक और निलंबन का सामना करना पड़ा।
खेडकर परिवार की मुश्किलें इस घटना से कहीं आगे तक फैली हुई हैं। 2023 बैच के यूपीएससी परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक (एआईआर) 841 हासिल करने वाली पूजा खेडकर पर यूपीएससी उम्मीदवारी में झूठे दावे करने और पद संभालने के बाद अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का आरोप है।
उनके खिलाफ आरोपों में ओबीसी उम्मीदवार के रूप में गलत बयानी और यूपीएससी परीक्षा के दौरान दृष्टि और मानसिक विकलांगता के निराधार दावे शामिल हैं। इसके अलावा, उन पर लाल बत्ती, वीआईपी नंबर प्लेट और अपनी निजी ऑडी सेडान पर सरकारी स्टिकर का इस्तेमाल करने के आरोप भी सामने आए हैं।
एनडीटीवी द्वारा प्राप्त विशेष दस्तावेजों से पता चलता है कि पूजा खेडकर के पास महाराष्ट्र भर में पांच भूखंड और दो अपार्टमेंट हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 22 करोड़ रुपये है, जिससे परिवार के वित्तीय लेन-देन पर और सवाल उठते हैं।