कल्पना कीजिए कि आप एक ऐसी दुनिया में कदम रख रहे हैं जहाँ हर कदम रहस्य से भरा है और कुछ रहस्य छिपाए हुए हैं। रहस्य हमेशा हमें आकर्षित करते हैं, यहाँ दिल्ली में कुछ ऐसी जगहें हैं जो अनकही रहस्य छिपाए हुए हैं।
मालचा महल
मालचा महल दिल्ली के बीचोबीच स्थित एक रहस्यमयी महल है जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। इस महल का निर्माण 14वीं शताब्दी में फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल में हुआ था। मालचा महल की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह जंगल के बीच में स्थित है, जो इसे और भी रहस्यमयी बनाता है। बेगम विलायत महल अपने बच्चों के साथ इसी महल में रहती थीं और इसे “हॉन्टेड पैलेस” भी कहा जाता है।
ज़फ़र महल
ज़फ़र महल, जिसे “ज़फ़र” के नाम से भी जाना जाता है, मुग़ल सम्राट बहादुर शाह ज़फ़र का पसंदीदा ग्रीष्मकालीन निवास था। यह महल महरौल में स्थित है और इसकी वास्तुकला मुग़ल काल की उत्कृष्टता को दर्शाती है। ज़फ़र महल और शाही हमाम के आसपास के बगीचे इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। शांतिपूर्ण वातावरण और पुरानी वास्तुकला आपको दूसरी दुनिया में ले जाएगी।
जहाज महल
जहाज महल महरौल के पास एक खूबसूरत महल है। यह महल पानी के बीच में स्थित है, जिससे यह जहाज जैसा दिखता है। इसीलिए इसे “जहाज महल” कहा जाता है। 16वीं शताब्दी में निर्मित इस महल का उपयोग मुगल शासकों द्वारा ग्रीष्मकालीन निवास के रूप में किया जाता था। आज भी यह महल अपनी अनूठी संरचना और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
कुतुब मीनार
दिल्ली की कुतुब मीनार विश्व प्रसिद्ध है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यहाँ एक छोटी कुतुब मीनार भी है? यह छोटी कुतुब मीनार महरौल में स्थित है और इसे अलाई मीनार भी कहा जाता है। अलाई मीनार का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने करवाया था लेकिन उसकी मृत्यु के बाद इसका निर्माण बंद हो गया और अधूरा रह गया।
खूनी दरवाज़ा
खूनी दरवाज़ा दिल्ली गेट के पास स्थित है। यह दरवाज़ा मुगल काल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका नाम इसके खूनी इतिहास के कारण पड़ा है।
यदि आप भी रहस्यों को जानने के शौकीन हैं तो ये स्थान निश्चित रूप से आपके लिए घूमने लायक हैं।