नई दिल्ली:
उद्योगपति गौतम अडानी ने आज अपनी कंपनी के शेयरधारकों को बताया कि अडानी फाउंडेशन की समग्र पहुंच अब 19 राज्यों के 6,769 गांवों के नौ मिलियन से अधिक व्यक्तियों तक हो गई है।
अडानी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन ने वार्षिक आम बैठक में कहा कि फाउंडेशन से संबंधित प्रत्येक व्यक्ति बदलाव की कहानी कहता है, एक सशक्त जीवन की कहानी कहता है, तथा एक ऐसे समुदाय की कहानी कहता है जिसे विकास का अवसर दिया गया है।
अडानी फाउंडेशन तेल-से-बंदरगाह व्यापार समूह की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) शाखा है।
फाउंडेशन की उपलब्धियों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि अदाणी सक्षम कौशल विकास पहल ने 1,69,000 युवाओं को आवश्यक कौशल प्रदान कर सशक्त बनाया, जिससे उन्हें उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने और संभावित रूप से उद्यमी बनने में मदद मिली।
उन्होंने कहा कि फाउंडेशन के स्वास्थ्य आउटरीच कार्यक्रमों, जिनमें मोबाइल स्वास्थ्य देखभाल इकाइयां और शिविर शामिल हैं, ने 20 लाख लोगों के जीवन को लाभ पहुंचाया है तथा कई दूरदराज के समुदायों को आवश्यक सेवाएं प्रदान की हैं।
उन्होंने कहा कि सुपोषण परियोजना 4,14,000 महिलाओं और बच्चों को आवश्यक पोषण प्रदान करती है, जिससे भावी पीढ़ियों की नींव मजबूत होती है।
श्री अडानी ने कहा कि उनकी पत्नी प्रीति उन्हें हर दिन कम से कम एक कहानी सुनाती हैं कि कैसे अडानी फाउंडेशन ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा, “ये जीवन के सबक हैं जो विनम्र और प्रेरणादायक दोनों हैं।”
एजीएम में बोलते हुए, श्री अडानी ने भविष्य के लिए अपनी यात्रा और दृष्टिकोण भी साझा किया। उनके भाषण ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार किया और पिछले साल शॉर्ट-सेलर हमले सहित चुनौतियों का सामना किया।