इमरान खान के प्रतिनिधियों ने अपना यह रुख बरकरार रखा कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था और स्पष्ट किया कि तस्वीरें उस सेल की हैं जिसमें उन्हें एकांत कारावास में रखा गया था
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जेल में रहने की स्थिति का ब्यौरा सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को दिया। उनकी कोठरी में रखी किताबों में नेल्सन मंडेला की “लॉन्ग वॉक टू फ्रीडम” भी शामिल थी।
खान ने पिछले सप्ताह अदालत के समक्ष इस बात का विरोध किया था कि उन्हें उनके वकीलों से संपर्क किए बिना एकांत कारावास में रखा गया है।
सरकार की ओर से प्रस्तुत दस्तावेज में उन रिश्तेदारों, मित्रों, वकीलों और पार्टी सदस्यों की सूची भी शामिल की गई है, जिन्होंने पिछले वर्ष अगस्त में इमरान खान के जेल जाने के बाद से उनसे मुलाकात की है।
सैकड़ों अन्य मामलों से जूझने के अलावा, जिनके बारे में उनका और उनकी पार्टी का दावा है कि वे सत्ता में उनकी वापसी में बाधा डालने के लिए राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं, 71 वर्षीय पूर्व क्रिकेट स्टार भ्रष्टाचार के लिए जेल की सजा भी काट रहे हैं।
सरकार ने अदालत से तथ्यों की जांच के लिए एक न्यायिक अधिकारी नियुक्त करने का आग्रह किया, और आवेदन में बैरकों की तस्वीरें और जेल रजिस्ट्री में दर्ज उसकी मासिक यात्राओं का विवरण भी शामिल किया गया।
इमरान खान के प्रतिनिधियों ने अपना यह रुख बरकरार रखा कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था तथा स्पष्ट किया कि ये तस्वीरें उस कोठरी की हैं जिसमें उन्हें एकांत कारावास में रखा गया था।
उनकी पार्टी ने इस दलील के जवाब में कहा, “यह उस दावे का विरोधाभास है कि एक पूर्व प्रधानमंत्री को वातानुकूलित कमरे के साथ ए श्रेणी की कोठरी और काम निपटाने के लिए एक सहायक मिलने का अधिकार है।”