नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के माधव दास पार्क में दशहरा समारोह में शामिल हुए।
राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान की भूमिका निभा रहे कलाकारों के माथे पर ‘तिलक’ लगाया। दोनों नेताओं की मौजूदगी में दशहरा समारोह के तहत माधव दास पार्क में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के लाल किले में दशहरा समारोह में भाग लिया। pic.twitter.com/zCIUNQks6a– भारत के राष्ट्रपति (@rashtrapatibhvn) 12 अक्टूबर 2024
राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने इससे पहले विजयादशमी के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। “विजयादशमी के शुभ अवसर पर मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। यह अन्याय पर न्याय की जीत का त्योहार है। यह त्योहार सत्य और नैतिकता के मूल्यों में हमारे विश्वास का प्रतीक है।” राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा।
“इस शुभ अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम कठिन से कठिन परिस्थिति में भी न्याय का पक्ष लेंगे। मेरी कामना है कि यह पवित्र त्योहार सभी के जीवन में सुख-समृद्धि लाए और हमारा देश सदैव विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहे।” , “उसने जोड़ा।
विजय दशमी के शुभ अवसर पर मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। यह अन्याय पर न्याय की विजय का पर्व है। यह त्यौहार सत्य और सदाचार के प्रति हमारे विश्वास का प्रतीक है। इस शुभ अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि कठिन से कठिन ढलान में भी हम का… – भारत के राष्ट्रपति (@rashtrapatibhvn) 12 अक्टूबर 2024
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “देशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं। मां दुर्गा और भगवान श्री राम के आशीर्वाद से मैं कामना करता हूं कि आप सभी जीवन के हर क्षेत्र में जीत हासिल करें।”
देशवासियों को विजयादशमी की कोटिशः शुभकामनाएं। माँ दुर्गा और प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से आप सभी को जीवन के हर क्षेत्र में विजय प्राप्त हो, यही कामना है। -नरेंद्र मोदी (@नरेंद्रमोदी) 12 अक्टूबर 2024
विजयादशमी, या दशहरा, हर साल नवरात्रि के अंत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। यह अश्विन महीने के दसवें दिन मनाया जाता है, जो हिंदू चंद्र-सौर कैलेंडर में सातवां दिन है। यह त्योहार आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के सितंबर और अक्टूबर महीने में आता है।
यह त्योहार रोशनी के महत्वपूर्ण त्योहार दिवाली की तैयारियों का भी प्रतीक है, जो विजयादशमी के बीस दिन बाद मनाया जाता है।