केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को झारखंड के धनबाद से नीट-यूजी ‘पेपर लीक’ मामले के सह-साजिशकर्ता अमन सिंह को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि वह इस मामले में मुख्य आरोपी था। नीट-यूजी जांच के सिलसिले में यह जांच एजेंसी की सातवीं गिरफ्तारी है। सीबीआई ने झारखंड स्थित एक मॉड्यूल के बारे में खुफिया जानकारी जुटाई है, जो कथित तौर पर पेपर लीक में शामिल था, जिसके कारण सिंह की गिरफ्तारी हुई।
अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी ने पहले हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को इस मामले में गिरफ्तार किया था, साथ ही दो लोगों को भी गिरफ्तार किया था, जिन्होंने कथित तौर पर NEET उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित परिसर उपलब्ध कराया था, जहां बिहार पुलिस को जले हुए प्रश्नपत्र मिले थे।
सीबीआई ने इस मामले में छह एफआईआर दर्ज की हैं। बिहार की एफआईआर पेपर लीक के बारे में है, जबकि गुजरात और राजस्थान की एफआईआर उम्मीदवारों के प्रतिरूपण और धोखाधड़ी के बारे में है। एजेंसी की एफआईआर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर आधारित है, जिसमें मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की “व्यापक जांच” का उल्लेख है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) सार्वजनिक और निजी दोनों संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए NEET-UG का संचालन करती है। इस साल की परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 स्थानों पर हुई, जिनमें 14 अन्य देशों के थे। इस परीक्षा में 23 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे।