जी सतीश रेड्डी, पूर्व अध्यक्ष रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (बिट्स) पिलानी में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार प्रयासों को समर्थन देने के लिए एक प्रतिष्ठित वरिष्ठ संकाय के रूप में शामिल हुए हैं।
बिट्स पिलानी की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया, “अपनी नई भूमिका में रेड्डी अनुसंधान और शैक्षणिक नेतृत्व में अग्रणी भूमिका में होंगे तथा राष्ट्रीय सुरक्षा में अनुसंधान उत्कृष्टता केंद्र में उन्नत अनुसंधान पहलों के मार्गदर्शन पर ध्यान केंद्रित करेंगे।”
इसमें कहा गया है, “रक्षा प्रौद्योगिकी में विशिष्ट करियर के साथ, रेड्डी ने डीआरडीओ में अपने कार्यकाल के दौरान कई उच्च प्रभाव वाली परियोजनाओं और नवाचारों के माध्यम से भारत की रक्षा क्षमताओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
रेड्डी ने कहा, “डीआरडीओ में करीब 39 साल काम करने के बाद एक अकादमिक संस्थान के साथ अपना शोध जारी रखना स्वाभाविक है। बिट्स पिलानी लंबे समय से शोध पहलों में भागीदार रहा है और यहां राष्ट्रीय सुरक्षा में अनुसंधान उत्कृष्टता केंद्र (सीआरईएनएस) की स्थापना विशेष रूप से एक स्वागत योग्य कदम है।”