नई दिल्ली:
भाजपा ने आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के नवीनतम आरोपों के आधार पर भारतीय शेयर बाजारों की ईमानदारी पर सवाल उठाने के लिए निशाना साधा।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “विपक्ष के नेता अब खुलेआम उकसावे का काम कर रहे हैं और भारतीय शेयर बाजारों की वास्तविकता के बारे में संदेह पैदा कर रहे हैं। हमारी अर्थव्यवस्था में विश्वास को कम करने का यह ज़बरदस्त प्रयास राहुल गांधी के असली इरादे को उजागर करता है, जो भारत के विनाश के अलावा और कुछ नहीं है।”
उन्होंने कहा कि श्री गांधी की टिप्पणी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति के इस निष्कर्ष के बावजूद आई है कि हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए मूल्य हेरफेर के आरोपों के संबंध में कोई नियामक विफलता नहीं थी।
श्री मालवीय ने कहा, “3 जनवरी, 2024 को सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि सेबी द्वारा कोई जानबूझकर या जानबूझकर उल्लंघन नहीं किया गया था।”
राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय शेयर बाजारों में काफी जोखिम है और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अध्यक्ष के खिलाफ आरोपों से इसकी “ईमानदारी” को “गंभीर खतरा” पहुंचा है।
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेबी की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की अडानी धन हेराफेरी घोटाले में शामिल अपतटीय संस्थाओं में हिस्सेदारी थी।
हालांकि, सेबी के चेयरमैन और अडानी समूह ने इन आरोपों को “निराधार” और “दुर्भावनापूर्ण” बताया है। माधबी पुरी बुच ने यह भी बताया कि हिंडनबर्ग की ओर से यह ताजा बयान सेबी द्वारा प्रवर्तन कार्रवाई करने और जुलाई में उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद आया है।