रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी ने 2023-24 में 2,555 पेटेंट के लिए आवेदन किया है
और पढ़ें
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि कंपनी एक डीप-टेक कंपनी बन रही है।
गुरुवार को रिलायंस की 47वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बोलते हुए अंबानी ने कहा कि आरआईएल ने वित्त वर्ष 2024 में अनुसंधान और विकास पर 3,643 करोड़ रुपये (347 मिलियन डॉलर) से अधिक खर्च किए। उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब है कि पिछले चार वर्षों में आरआईएल का आरएंडडी खर्च 11,000 करोड़ रुपये (1.5 बिलियन डॉलर) से अधिक रहा।
अंबानी ने कहा, “हमारे सभी व्यवसायों में 1,000 से अधिक वैज्ञानिक और शोधकर्ता महत्वपूर्ण शोध परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।”
अंबानी ने कहा कि आरआईएल ने 2023-24 में 2,555 पेटेंट के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि पेटेंट मुख्य रूप से जैव-ऊर्जा नवाचारों, सौर और अन्य हरित ऊर्जा स्रोतों, उच्च मूल्य वाले रसायनों और विभिन्न डिजिटल प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में दायर किए गए हैं।
प्रौद्योगिकीय नवाचारों के आधार पर अंबानी ने कहा कि प्रौद्योगिकी-संचालित परिवर्तन से आरआईएल को अत्यधिक वृद्धि मिलेगी, जिससे उसका मूल्य कई गुना बढ़ जाएगा।
“डिजिटल हमारे इन-हाउस शोध का एक और प्रमुख क्षेत्र है। हमने 6G, 5G, AI-लार्ज लैंग्वेज मॉडल, AI-डीप लर्निंग, बिग डेटा, डिवाइस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और नैरोबैंड-IoT में पेटेंट दायर किए हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि रिलायंस का यह चल रहा तकनीक-संचालित परिवर्तन आपकी कंपनी को हाइपर-ग्रोथ की एक नई कक्षा में ले जाएगा और आने वाले वर्षों में इसके मूल्य को कई गुना बढ़ा देगा,” अंबानी ने कहा।