बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने सोमवार को कहा कि उनकी मां राजनीति में वापस नहीं आएंगी। बीबीसी वर्ल्ड सर्विसेज को दिए गए एक साक्षात्कार में जॉय, जो पहले अपनी मां के सलाहकार रह चुके हैं, ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने परिवार के अनुरोध पर सुरक्षा चिंताओं के कारण देश छोड़ दिया था। हसीना (76) ने अपनी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया था और लंदन चली गई थीं।
जॉय ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी मां की राजनीतिक वापसी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि हसीना रविवार से ही इस्तीफे पर विचार कर रही थीं और आखिरकार अपने परिवार के कहने पर बांग्लादेश छोड़कर चली गईं। जॉय के अनुसार, देश को बदलने के उनके प्रयासों के बावजूद उनकी मां अपनी सरकार के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों से निराश थीं।
उन्होंने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “उन्होंने बांग्लादेश को बदल दिया। जब उन्होंने सत्ता संभाली तो इसे एक असफल देश माना जाता था। लेकिन आज इसे एशिया के उभरते देशों में से एक माना जाता है। वह बहुत निराश हैं।”
रविवार को बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हसीना के इस्तीफ़े की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। इसके बाद पुलिस और ज़्यादातर छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच घातक झड़पें हुईं, जिनमें 200 से ज़्यादा लोग मारे गए।
पिछले एक पखवाड़े में देश में कम से कम 300 लोग मारे गए हैं। जॉय ने सरकार की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा, “पुलिस अधिकारियों को पीट-पीटकर मार डाला गया, कल ही 13 लोगों की हत्या हुई। जब भीड़ लोगों को मार रही हो तो आप पुलिस से क्या उम्मीद कर सकते हैं?