आईआईटी मद्रास ज़ांज़ीबार ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए महासागर संरचनाओं में एमटेक कार्यक्रम शुरू किया है।
नया दो वर्षीय मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी प्रोग्राम सभी राष्ट्रीयताओं के उम्मीदवारों के लिए खुला है और इसमें दो स्ट्रीम शामिल हैं: अपतटीय और जहाज संरचनाएं तथा पोर्ट हार्बर और तटीय संरचनाएं।
स्ट्रीम का चयन प्रथम सेमेस्टर के अंत में छात्रों द्वारा प्राप्त सीजीपीए के आधार पर किया जाएगा।
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न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ सिविल इंजीनियरिंग में चार वर्षीय यूजी डिग्री रखने वाले उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र हैं। इस कोर्स के लिए आवेदन अभी खुले हैं।
महासागर संरचनाओं में प्रौद्योगिकी के मास्टर में तेल और गैस तथा समुद्री क्षेत्र में उद्योग की जरूरतों के अनुरूप पाठ्यक्रम होगा। इसमें समुद्री और अपतटीय हाइड्रोडायनामिक्स की मूल बातें, तेल और गैस अन्वेषण अपतटीय प्लेटफार्मों, बंदरगाहों, बंदरगाह संरचनाओं और ब्रेकवाटर सहित बंदरगाहों के लिए संरचनात्मक डिजाइन शामिल होंगे। यह पाठ्यक्रम छात्रों को तेल और गैस तथा समुद्री क्षेत्रों में करियर के लिए तैयार करने के लिए कोर और वैकल्पिक पाठ्यक्रमों से लैस करेगा।
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विज्ञप्ति के अनुसार, पहला, दूसरा और चौथा सेमेस्टर आईआईटीएम जंजीबार परिसर में होगा, जबकि तीसरा सेमेस्टर भारत में आईआईटी मद्रास – चेन्नई परिसर में होगा।