भारत में मंदिर और मस्जिद को लेकर विवाद अक्सर देखने को मिलते हैं। लेकिन आज DNA में हम एक मंदिर को लेकर विवाद से शुरुआत करेंगे। यह मंदिर दिल्ली में बन रहा है, लेकिन इसका विरोध उत्तराखंड में हो रहा है। केदारनाथ धाम के पुजारियों ने चेतावनी दी है कि अगर यह मंदिर दिल्ली में बना तो वे सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध जताएंगे।
दिल्ली के बुराड़ी में एक शिव मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह मंदिर श्री केदारनाथ धाम के नाम से बनाया जा रहा है। इस मंदिर की आधारशिला 10 जुलाई को रखी गई थी। इस शिलान्यास समारोह में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए थे। दावा किया जा रहा है कि यह मंदिर तीन एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा और इसका निर्माण श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट, बुराड़ी द्वारा किया जा रहा है। ट्रस्ट का कहना है कि चूंकि केदारनाथ धाम छह महीने तक बंद रहता है, इसलिए इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस मंदिर को बिल्कुल उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की तरह बनाने की योजना है।
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दिल्ली में केदारनाथ मंदिर..खफा क्यों हैं संत समाज?
यूपी में मुहर्रम Vs कांवड़
यूपी में सरकार बड़ी या संगठन ?: … #डीएनए LIVE अनंत त्यागी के साथ#ज़ीलाइव #जी नेवस #दिल्ली #उतार प्रदेश #योगीआदित्यनाथ #अरविंद केजरीवाल @अनंत_त्यागी https://t.co/aplf9tVxUV— ज़ी न्यूज़ (@ZeeNews) 15 जुलाई, 2024
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आरोप है कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाना धार्मिक परंपराओं के खिलाफ है। पुरोहितों का कहना है कि यह हिंदू परंपराओं से छेड़छाड़ करने की कोशिश है। साधु-संतों का कहना है कि केदारनाथ धाम से पत्थर लाकर दिल्ली में स्थापित करके सीएम धामी ने केदारनाथ धाम की परंपरा से छेड़छाड़ की है। उनका कहना है कि केदारनाथ धाम हमेशा एक ही रहा है और हमेशा रहेगा, इसकी जगह कोई नहीं ले सकता।
सीएम पुष्कर धामी और दिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर का ट्रस्ट अब बचाव की मुद्रा में है। वहीं उत्तराखंड के साधु-संतों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर दिल्ली में केदारनाथ धाम की प्रतिकृति बनाई गई तो विरोध होगा।